The genesis: in a casual persuasive talk a month back, our mission director of our swachh Bharat Mission asked me to do a little more for the mission, a little more participatory contribution.
and thereafter for twenty days, we tried to bypass barriers of some kind or other. so the concept of web based promotion linked with twitter and facebook and other channels germinated.
we began with this video guftagu with prime minister and the response in all quarters has been huge.
A TWEET A DAY — FOR WHOLE OF 2017 IS COORDINATED CONTRIBUTION FOR SEGREGATION STRATEGY FOR NATIONAL RECYCLING PROGRAM WITH LINKED WORK IN
www.esrfindia.com, www.rrcollective.com, www.litterfreeindia.in and www.indianrecyclingnetwork.com
please be with us.
प्रिय प्रधानमंत्रीजी,
Wednesday, December 21, 2016
7:29 AM
18 मार्च से 8 अप्रेल 2016 के बीच , हमने दो साल बहुत मेहनत करके, बहुत दिमाग खर्च करके, 328 + + लगभग फेल्ड प्रोजेक्ट्स पर, दस बारह हज़ार करोड़ खर्च करने के अनुभव के आधार पर 6 waste मैनेजमेंट के रूल्स बनाये।
और 9 महीने दो हफ्ते के बाद भी इन रूल्स को स्वच्छ भारत गाइडलाइन्स में शामिल नही कर पाये हैं।
मालूम क्या ? SBM का ऑफिस MOUD में है और वो लोग पुराने ज़माने के MSW 2000 को समझने में लगे हैं। आगेही नही बढ़ पा रहे हैं।
बाकी सब WASTE रूल्स को पढ़ने और SBM में शामिल करनेकी हिम्मत नही जुटा पा रहे हैं।
स्वच्छ भारत अभियान मतलब सभी कचरे का प्रभंदन , अब यातो आप SBM को स्क्रै प करके टॉयलेट डेवलोपमेन्ट बोर्ड बना दो,
या फिर MOEF के रूल्स को स्क्रै प कर दो।
वैसे PMO कम्पीटेंट है SBM को वहां उठा कर बिठा लो।
अब हम अपनी बताएं :: waste management expert की पदवी पाते pate हम paar exellence एक्सपर्ट बन गए, और दुनिया की क्लाइमेट रेंज की प्रॉब्लम पर कार्बन न्यूट्रल स्टेट बनाते बनाते प्लास्टिक waste को पकड़ कर इींटरनेशनल ब्रांड segrgation stratgy बनायी। MOEF के waste रूल्स 2016 के साथ sync भी हो गयी। आपकी क्लाइमेट चेंज की book से लेकर excreta मैटर्स ऑफ़ सुनीता नारायण तक, clap for क्लाइमेट चेंज के द्वारा लोगों को शिक्षा दी।
लेकिन स्वच्छ भारत मिशन में इन waste रूल्स को शामिल कराने में मेरे जूते घिस गए हैं, delhi छोड़ के, झाँसी में जाकर dustbin से निकाल कर plastics waste 2011 कानून के आधार पर देश में पहला visionary DPR बनाया, plastic इंडस्ट्री ICPE और DCPC (MOC&F) से approve कराया, 300 ragpikers, 50 कबाडी, के साथ 15000 घरों में जाकर, 50000 जागरूक किये गए स्टूडेंट्स के साथ, 60 ngo and 100 patrakaron के साथ पायलट चलाया ।
अब मेरा प्रोजेक्ट आगेनही बढ़ पा रहा है, आधी मशीन आयी पड़ी हैं, एक साल पहले किये गए वादे के बाद भी vgf का पैसा नही आया। मेरा एनुअल इन्क्रीमेंट रोक दिया गया।,
मेरी segrgation stratgy लागू करने के लिए अफ्रीका के कई देशों से आमंत्रण है, वीसा अप्लाई करनेका प्रेशर है। वहां जाकर फिर इंडिया एक्सपोर्ट करेंगे,तो अच्छा होगा क्या? वैसे दो चार को ले जाकर seoul, sacramont, adelaide और helsinki दिखा के ला सकते हैं, क्योंकि अपने waste रूल्स को पढने के काबिल हमारे पास दिमाग नही है और न टाइम।
हम सब segregate करते हैं, will do it, हमें टूल्स तो दो। सिस्टम तो दो।
देखो प्रधान मींत्री जी, थोड़ा सा छोटा मोटा प्लास्टिक कचरा बाकी आर्गेनिक कचरे में मिक्स हो जाने पर, पूरे के पूरे कचरे को बेकार कर देता है। और फिर उसमें से छांटना या छाटने की सोचना अमानवीय है, technologically भी ज्यादा सफलता नही मिलती । the compost so made is hazardous to farm lands, the quality of rdf and it’s utilization is questionable. क्योंकि हम कचरा प्रभंदन से ज्यादा पैसा कमाने में interested हो जातेहैं। badi muskil se jameen se tel nikal kar plastics banate hai, aur baki sab cheeje bhi. Jalakar bijli banana last option hai. aur landfill koi option thode hi hai.
अगर घर घर सेअलग किये गए सूखे कचरे में प्लास्टिक waste है तो हम उसे अलग कर लेंगे। और recycling भी कर लेंगे। और सबसे अच्छी तरह से कर लेंगे, अपने कबाड़ी और रैग पिकर्स के साथ मिलकर । और technolgy भी use कर लेंगे,,,जैसे रोबोटिक्स , xray, इींफ्रारेड, uv, और ionic एयर डेंसिटी separators आदि आदि । हमारी esrf के पास बहुत कुछ है।
बस इस global प्रॉब्लम का लोकल solution है हमारा यह अभियान
प्लास्टिक कचरा फेंको मत, हमको दे दो, हमेंबुला लो।
(It will be like demonetization of SBM)
देखो प्रधान मींत्री जी, demonetization, black money, corruption are human regulatory affairs, plastic litter or climate change are irregularity against our very system of existence. System of black money was in every house, every day, system of this environmental terrorism is there in every house, shop, all of water or whole of earth .
Aaap hamko join karo symbolically, hamari safety jacket jispe hamara slogan chhapa hai pahnlo aur nara lagao, hamare jumle ka
प्लास्टिक कचरा फेंको मत, हमको देदो, हमें बुला लो।
90% success of waste issues, and 60% success of SBM lies here.
1-3-2impact 3 of note 1 page 2 useless2 rs to pm note 2
2-1 impact 1 of note 2 to pm really good
2-2 impact 2 of naote 2 good SOP_Segregation
2-3 impact 3 of note 2 to pm good reversed and compromised after 21017
3 rs to pm note 3 impact ongoing
4 rs to pm note 4 impact on march 6 2019 -25%impact 4times cost
5 rs to PM note 5 SBM .2 future designing 100% impact 25% cost